Tuesday, October 6, 2015

तू नहीं है तो....


तू नहीं है तो जीने का सबब पाऊँ कैसे 
मै तो समझता हूँ मगर दिल को समझाऊँ कैसे 

लोग पूछते हैं मलाल--दिल की वजह  
दिल धड़कने की वजह तू थी बताऊ कैसे 

सपने तो आज भी देते हैं दिल पर दस्तक 
तेरे बगैर सपनो को सजाउ कैसे 

लो एक और गयी जुदाई की सालगिरह 
अकेले ही ये सालगिरह मनाउ कैसे 

ये नहीं के खुदा-परस्त नहीं हैं कलाम 
पर खुदाई चली गयी तो खुदा को पाऊँ कैसे 


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